जासं, नई दिल्ली। स्कूली बच्चों की ख्याली दुनिया को जल्द ही मूर्त रूप मिलेगा। इसके लिए गूगल इंडिया ने अनूठी पहल की है। गूगल इंडिया कोड टू लर्न-2016 नामक इस प्रतियोगिता में इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइआइटी), दिल्ली भागीदार की भूमिका अदा कर रहा है। प्रतियोगिता में पंजीकरण शुरू हो चुका है। आइआइआइटी, दिल्ली के निदेशक प्रो. पंकज जलोटे ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि वो देश के
बच्चों के मन में उपजने वाले नए ख्यालों को मूर्त रूप प्रदान करने की प्रक्रिया में साझेदार की भूमिका अदा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह गूगल इंडिया, मानव संसाधन विकास मंत्रालय का साझा प्रोजेक्ट है, जिसमें आइआइआइटी शामिल है। हमें पूरा यकीन है कि इस कोशिश में हम अपने विद्यार्थियों व शिक्षकों की मदद से देश के बच्चों की ओर से पेश नए आइडिया को बखूबी विकसित कर सकेंगे। देशभर से विद्यार्थी अपने अभिभावकों की मदद से इस प्रतियोगिता में दावेदारी पेश कर सकते हैं। इसके अन्तर्गत विद्यार्थियों को पहले अपना पंजीकरण कराना है और फिर 20 जून से वे अपने प्रोजेक्ट ऑनलाइन आवेदन लिंक के माध्यम से पेश कर सकते हैं। प्रोजेक्ट में विद्यार्थी मोबाइल एप और इसके अन्तर्गत गेम्स, एनीमेशन, कहानियों के वर्णन आदि स्तर पर अपनी सोच को सामने रख सकते हैं। इस प्रतियोगिता के माध्यम से चुने गए प्रोजेक्ट को मूर्त रूप प्रदान किया जाएगा और इस काम में आइआइआइटी, दिल्ली की भूमिका अहम होगी। प्रोजेक्ट ऑनलाइन जमा कराने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है।
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